जन प्रभाब-सम्बादाता / Mon,27 Apr
वाराणसी। लॉकडाउन में शराब की तस्करी के मामले में भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा के जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। रविवार को १२ पेटी शराब के साथ इसके भाई संतोष गुप्ता समेत तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। सूत्र बताते हैं कि तस्करी में संजय गुप्ता का भी नाम आया था, लेकिन रात में कई मंत्रियों और नेताओं ने उसे बचाने के लिए पुलिस पर दबाव बनाया। लेकिन पूछताछ में आरोपितों ने राज उगल दिया। घटना के बाद से ही भाजपा नेता फरार है। उसे पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। शराब तस्करी का हाई प्रोफाइल मामला बनारस के चौबेपुर थाना क्षेत्र का है। सूत्र बताते हैं कि खुफिया एजेंसियों ने उन नेताओं का नाम टटोलना शुरू कर दिया है जिनकी संस्तुति पर संजय गुप्ता को बनारस में भाजयुमो का अहम पद सौंपा गया था।पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल राय ने जनसंदेश टाइम्स को बताया कि लाकडाउन के दौरान शराब तस्करी के मामले में भाजयुमो के जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता के भाई संतोष गुप्ता और दो अन्य लोगों के खिलाफ चौबेपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। रात में पुलिस ने संजय गुप्ता के भाई व अन्य से कड़ी पूछताछ की तो शराब तस्करी का सारा मामला उजागर हो गया। यह बात भी साफ हो गई कि इस मामले में संजय गुप्ता भी संलिप्त है। श्री राय ने बताया कि संजय को पकड़ने के लिए पुलिस पैमाने पर उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
पुलिस के मुताबिक संजय गुप्ता सालों से शराब के धंधे में है। तस्करी के मामले में कई बार इसका नाम उछल चुका है। खबर है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाकडाउन के दौरान शराब की तस्करी के मामले में सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है। सूत्र बताते हैं कि उच्चाधिकारियों का कड़ा निर्देश मिलने के बाद पुलिस ने संजय गुप्ता और उसके भाई पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। पुलिस ने संतोष गुप्ता के बयान के आधार पर सोमवार की रात एक बजे विवेचना में संजय गुप्ता का नाम जोड़ा। इसी के साथ पुलिस ने उसे हिरासत में लेने के लिए दबिश देनी भी शुरू कर दी। हालांकि वह फरार बताया जा रहा है। चौबेपुर पुलिस ने संजय गुप्ता की स्कार्पियो अपने कब्जे में ले ली है।
पिंडरा के पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल राय ने यह भी कहा है कि इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा। लाकडाउन में शराब तस्करी के खेल में शामिल लोगों की पहचान के लिए गहन जांच-पड़ताल कराई जा रही है। पुलिस के मुताबिक भाजपा युवा मोर्चा का जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता बनारस के दोमापुर गांव का निवासी है। सारनाथ क्षेत्र के सिंहपुर ग्राम पंचायत के पास पुलिस ने रविवार दोपहर में एक कार से 12 पेटी अवैध शराब पकड़ी थी। भाजपा नेता का नाम उजागर होने के बाद देर रात तक चौबेपुर थाने में काफी देर तक जिच चलती रही। काफी जद्दोजहद के बाद सूबे के आला पुलिस अफसरों को घटना की जानकारी दी गई।
सूत्र बताते हैं कि पुलिस उच्चाधिकारियों की गाइडलाइन मिलने के बाद पुलिस ने संजय गुप्ता पर शिकंजा कस दिया। आनन-फानन में उसका नाम बयान के आधार पर विवेचना में जोड़ा गया। साथ ही उसे पकड़ने के लिए दबिश शुरू कर दी गई। प्राथमिक रिपोर्ट में संजय गुप्ता के भाई संतोष गुप्ता उर्फ विनय गुप्ता के अलावा पहड़िया निवासी अरविंद पाण्डेय और मिल्कोपुर निवासी अरुण पाल उर्फ बबलू पाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी के मुताबिक चिरईगांव चौकी प्रभारी आनंद चौरसिया रविवार को रिंग रोड पर चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक कार तेजी से निकली। पीछा करने पर सिंहपुर के पास गढ्ढे में कार चली गई। इसके बाद पुलिस ने दो आरोपितों को मौके पर ही पकड़ लिया। छानबीन करने पर हजारों रुपये की बारह पेटी शराब बरामद की गई। कार में सवार लोगों से पूछताछ के बाद भाजपा नेता का नाम सामने आया। चौबेपुर पुलिस ने कार को कब्जे में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार दामोदरपुर निवासी भाजयुमो अध्यक्ष संजय गुप्ता के परिजनों के नाम से शराब की कई लाइसेंसी दुकानें हैं। ये लोग लाकडाउन का फायदा उठाकर शराब तस्करी कर रहे थे। कोरोना संकट के बाद पुलिस ने शहर में शराब तस्करों पर शिकंजा कस दिया है। जिले में शराब की दुकानों की चेकिंग कराई जा रही है। संदिग्ध दुकानों को पुलिस ने लाकडाउन पीरिएड के लिए सील कर दिया है।
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